Politics, Environment, Culture, Finance, Sports, Movies, Technology, Computers, Society, Internet, Corruption etc.. Everymatter you want to discuss should be discussed through Comments, Opinion and remarks here.
Search This Blog
Tuesday, September 20, 2016
Thursday, September 8, 2016
Thursday, September 1, 2016
याद आता है बचपन
याद आता है बचपन
खोया गया है बचपन इन पक्की सड़को और गलियो में
वो पेड के नीचे खेलना
वो गिल्ली डंडे के साथ घर से निकलना
वो बरसात के पानी में पत्थर तैराना
वो कच्ची गलियों में गिरना
गिरकर उठकर चलना
वो दोस्तो के साथ पतंग उड़ाना
वो कुल्फी वाले को देखते ही घर वालो से ज़िद करना
हाथ मिलाना, गले मिलना था बहुत जरुरी
तो कभी दोस्तों से कुछ देर के लिए लड़ना और फिर मिलना और साथ खेलना
कभी उनके घर जाना और पुकारना कभी उनका आना याद आता है
पर आज बच्चे व्यस्त है टी बी और मोबाइल में
सभी दोस्त है फेसबुक और टवीटर पर
आपसी मुलाकात भी होती है ऑनलाइन
एक दूसरे के घर आना जाना है मुश्किल
खो गया बचपन बदलतै माहौल और जीवन की बदलती शैली में
याद आता है बचपन
खोया गया है बचपन इन पक्की सड़को और गलियो में
वो पेड के नीचे खेलना
वो गिल्ली डंडे के साथ घर से निकलना
वो बरसात के पानी में पत्थर तैराना
वो कच्ची गलियों में गिरना
गिरकर उठकर चलना
वो दोस्तो के साथ पतंग उड़ाना
वो कुल्फी वाले को देखते ही घर वालो से ज़िद करना
हाथ मिलाना, गले मिलना था बहुत जरुरी
तो कभी दोस्तों से कुछ देर के लिए लड़ना और फिर मिलना और साथ खेलना
कभी उनके घर जाना और पुकारना कभी उनका आना याद आता है
पर आज बच्चे व्यस्त है टी बी और मोबाइल में
सभी दोस्त है फेसबुक और टवीटर पर
आपसी मुलाकात भी होती है ऑनलाइन
एक दूसरे के घर आना जाना है मुश्किल
खो गया बचपन बदलतै माहौल और जीवन की बदलती शैली में
याद आता है बचपन
Subscribe to:
Posts (Atom)